जीवन की समरसता तोड़ते हैं हमारे त्यौहार : डॉ लीना मिश्र

श्रृंगार रस से परिपूर्ण होता है कजरी लोक गीत और नृत्य : डॉ लीना मिश्र
पिया गए परदेश लिखे न पाती री हारी गाकर छात्राओं ने कजरी की समां बांधी
बालिका विद्यालय में कजरी प्रतियोगिता का आयोजन हमारे पर्व और त्योहार जीवन की समरसता तोड़ते हैं। यह कहते हुए बालिका विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ लीना मिश्र ने बताया कि धान की रोपनी हो या बारिश की रिमझिम फुहार हो, नीम और कदम की डाल पर झूला डालकर बिना कजरी गाए संपूर्ण नहीं होती। हमारे रीति रिवाज, धार्मिक अनुष्ठान, सांस्कृतिक पर्व और त्योहार संगीत, नृत्य के ताने बाने से ही बने हैं। ऐसा भारतीय संस्कृति में ही पाया जाता है कि हमारे सभी संस्कार और पर्व त्यौहार की भावनाओं और महत्व के अनुसार उनके गीत संगीत और राग ताल निर्धारित किए गए हैं, जिन्हें पीढ़ी दर पीढ़ी महिलाएं सहेजती चली आ रही है। चूंकि बालिका विद्यालय भारतीय सांस्कृतिक संरचना के संरक्षण के लिए प्रतिबद्धता से सभी पर्वों और त्योहारों को व्यावहारिक रूप से जीता आया है इसलिए छात्राओं को संस्कारित करने के लिए हर पर्व और त्योहार को सोल्लास मनाता है। आज हरियाली तीज के अवसर पर भारत विकास परिषद महिला शाखा, चौक, अवध प्रांत द्वारा संस्कृति सप्ताह के अंतर्गत कजरी के गीतों पर आधारित नृत्य और गायन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ लीना मिश्र द्वारा भारत विकास परिषद, अवध प्रांत की प्रांतीय संयोजिका सुश्री कंचन अग्रवाल, भारत विकास परिषद महिला शाखा, चौक, अवध प्रांत की अध्यक्ष मंजू अग्रवाल तथा सचिव ज्योति अग्रवाल का स्वागत करते हुए इस आयोजन के महत्त्व और इन गैर सरकारी संगठनों द्वारा महिला सशक्तीकरण और सांस्कृतिक संरक्षण के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों की चर्चा की गई। कार्यक्रम का आयोजन शालिनी श्रीवास्तव तथा प्रतिभा रानी के निर्देशन में हुआ और कार्यक्रम का संचालन मंजुला यादव के निर्देशन में छात्रा ऋषिता चंद्रा द्वारा किया गया। छात्राओं द्वारा पूरे उत्साह के साथ कजरी के गीत बदरिया बरसे पिया नहीं आए, झूलूंगी झूला उमंग भरे मन में, बरसाने की छोरी, पिया गए परदेश लिखे न पाती री हारी गाए गए और उन्हीं गीतों पर नृत्य प्रस्तुत किया गया। जूनियर वर्ग में कक्षा 6 की इलमा प्रथम स्थान पर, कक्षा 6 की प्रियांशी और अनुष्का द्वितीय स्थान पर तथा कक्षा 8 की खुशबू, शुभी, हर्षिता और वंदना तृतीय स्थान पर रही। सीनियर वर्ग में निदा, अनन्या, ममता, वैष्णवी और आरती प्रथम स्थान पर, रोशनी द्वितीय स्थान पर तथा स्नेहा, रोशनी और नैना तृतीय स्थान पर रहीं। विजयी छात्राओं को भारत विकास परिषद द्वारा पुरस्कार तथा सर्टिफिकेट प्रदान किए गए। कार्यक्रम के निर्णायक मंडल में उमा रानी यादव, सीमा आलोक वार्ष्णेय और अनीता श्रीवास्तव रहीं। कार्यक्रम में विद्यालय की समस्त शिक्षिकाएं और छात्राएं उपस्थित थीं।

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