ओरछा में पहली बार लिटरेचर फेस्टिवल 2023 का आयोजन
ओरछा में पहली बार लिटरेचर फेस्टिवल 2023 का आयोजन में नेशनल बुक ट्रस्ट, नई दिल्ली और साहित्य अकादमी, संस्कृति मंत्रालय की भागीदारी रही। रुद्राणी बुंदेली कला ग्राम एवं शोध संस्थान में 21 से 25 सितम्बर के बीच साहित्य और सिने जगत की मशहूर हस्तियों के साथ सिनेमा, कथा-कहानियां और किताबों के साथ सामाजिक विषयों पर पैनल डिस्कशन व विचार-विमर्श बुन्देलखंड के युवाओं को एक नई दिशा देने में सफल रहा।मुख्य रूप से बुंदेलखंड की समृद्ध विरासत पर विशद रूप से चर्चा करते हुये तीस हजार की आवादी बाले हरसूद के डूबने पर सारी दुनियां में मातम मनाने की बात हुई और ललितपुर में दो लाख लोगों के घर बांधों में डूब जाने के बाद भी देश में चर्चा तक न होने पर क्षोभ प्रकट किया गया। संवेदना को अपना और पराया बनाकर साहित्य में प्रस्तुत करने पर नूतन कहानियां के संपादक रहे सुरेन्द्र अग्निहोत्री ने साहित्यकारों को सावधान किया।
ओरछा लिटरेचर फेस्टिवल में पांच दिन तक चले कार्यक्रमों पर्यटन, स्त्री विमर्श, साहित्य और समाज, एआई के खतरे, ओटीटी और सिनेमा आदि विषयों पर विभिन्न सत्र आयोजित किये गए।इन सत्रों में चाणक्य फेम डा चंद्रप्रकाश द्विवेदी, फ़िल्म व रंगमंच अभिनेता राजेंद्र गुप्ता, यशपाल शर्मा व कार्यक्रम की संयोजका, रुद्राणी की अध्यक्ष सिने व टीवी अभिनेत्री सुष्मिता मुकर्जी बुंदेला वरिष्ठ पत्रकार गिरजाशंकर,सुरेन्द्र अग्निहोत्री आदि ने हिस्सा लिया। अन्य सत्रों में शुभो सेन गुप्ता, डा मुन्ना तिवारी, मीरा अग्रवाल, गोविन्द सिंह, हरिमोहन विश्वकर्मा, अजय मनचंदा, विवेक मिश्र,डा.सत्यदेव प्रसाद द्विवेदी पथिक आदि ने भाग लिया। ओरछा साहित्य महोत्सव के प्रयोजन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसका मक़सद दुनिया को बुंदेलखंड की साहित्य, ललित व लोककलाओं के साथ इनको स्थानीय लोगों की आजीविका से जोड़ना है ताकि बुंदेलखंड की गरीबी, विकास की लड़ाई को यहां के लोगों की की आजीविका से जोड़ना है ताकि बुंदेलखंड की गरीबी, विकास की लड़ाई को यहां के लोगों की आजीविका से जोड़ा जा सके। बुंदेलखंड डिग्री कॉलेज के स्वर्णजयंती सभागार में सोमवार को हिंदी फीचर फ़िल्म एलेक्स हिंदुस्तानी् के प्रदर्शन के साथ ओरछा में पांच दिन से चल रहे ओरछा लिटरेचर फेस्टिवल का समापन हो गया। इस अवसर पर बुंदेलखंड डिग्री कॉलेज के प्राचार्य एस के राय, एलेक्स हिंदुस्तानी फ़िल्म के निर्देशक व ओरछा फेस्टिवल के संयोजक राजा बुंदेला, निर्देशक व रुद्राणी के महासचिव राम बुंदेला, आरिफ शहडोली, मनोज तिवारी, साहित्यकार डा रामशंकर भारती, डा आर एन राय, हरिमोहन विश्वकर्मा, श्यामशरण नायक, जगमोहन जोशी फ़िल्म के अन्य कलाकार देवदत्त बुधोलिया, जावेद खान आदि उपस्थित रहे। ओरछा लिटरेचर फेस्टिवल में यशपाल शर्मा की फिल्म लखमीदादा तथा हिंदी फीचर फ़िल्म एलेक्स हिंदुस्तानी का प्रदर्शन टपरा टाकीज में किया गया।