‘होली मिलन काव्य समारोह’ सफलतापूर्वक सम्पन्न




नवसमानुभूति साहित्यिक सामाजिक साँस्कृतिक संस्था के तत्वावधान में सरदार बल्लभ भाई पटेल प्रतिमा के पीछे, जनरल पोस्ट ऑफिस ग्राउण्ड, हजरतगंज, लखनऊ में काव्य समारोह का आयोजन किया गया।

अध्यक्षता श्री रामराज भारती ने की, मुख्य अतिथि के रूप में श्री पद्मकान्त शर्मा ‘प्रभात’ उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि श्रीमती रजनी मिश्रा एवं श्रीमती इन्द्रासन सिंह ‘इन्दु’ थीं।

डॉ0 हरी प्रकाश अग्रवाल ‘हरि’ के द्वारा प्रस्तुत वाणी वन्दना ‘जयति जय जय माँ सरस्वति, जयति जय माँ शारदे’ से प्रारम्भ समारोह में अनेक विभूतियों ने कविताओं से रंग भरे। समारोह का संचालन डॉ0 हरी प्रकाश अग्रवाल ‘हरि’ ने किया।


इसी क्रम में श्री रामलखन यादव ने ‘मनुष्य जन्म सार है, असार है संसार स्वामी’ सुनाया। साथ ही श्री मानस मुकुल त्रिपाठी ने ‘मन में भाव संचार राम हैं, जीवन के आधार राम हैं’ गीत प्रस्तुत किया। संस्था के महा सचिव श्री अखिलेश त्रिवेदी ‘शाश्वत’ ने ‘जिनके दम से है सुबह, जिनके दम से शाम, विश्व मंच के निदेशक हैं अपने श्रीराम’ सुनाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। ‘अब कौन बचाए फूलों को, गुलशन को माली लूट रहा’ ये पंक्तियाँ थीं श्री शशांक अग्निहोत्री की जो एक अधिवक्ता होने के साथ ही पंक्तियाँ लिखते रहते हैं।

‘राधा भीगे कन्हाई रंग धारा में, गेह छोड़ि मैं भीगन आयौं।’ सुनाकर श्रीमती इन्द्रासन सिंह ‘इन्दु’ ने सभी को भक्ति के रंग से सराबोर कर दिया। मुख्य अतिथि श्री पद्मकान्त शर्मा ‘प्रभात’ ने सुनाया कि ‘वचन देकर कभी तोड़े नहीं जाते, मीत अपने कभी छोड़े नहीं जाते’। इसके पश्चात कार्यक्रम अध्यक्ष श्री रामराज भारती ने काव्यपाठ ‘ताँबा पीतल थार गुम चली फाइबर थाल, रिश्ते सब बौने हुए, याद रही ससुराल’ सुनाने के साथ ही अध्यक्षीय उद्बोधन प्रस्तुत किया। अंत में सभी उपस्थित आगंतुकों को श्री आदित्य कुमार तिवारी ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आभार व्यक्त किया।



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