कलेक्ट्रेट में महिला ने अपने शरीर पर डाला पेट्रोल, मचा हडक़म्प
डीएम ने स्वयं परिसर में पहुंच कर महिला को भिजवाया जिला अस्पताल
ललितपुर। सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंची महिला ने अपने पति का अज्ञात लोगों द्वारा अपहरण किये जाने और फिरौती में चालीस लाख रुपये मांगने के मामले में न्याय न मिलने का आरोप लगाते हुये पेट्रोल डालकर आत्मदाह करने का प्रयास किया। मौके पर मौजूद लोगों द्वारा महिला को सुरक्षित बचा लिया गया। हालांकि जानकारी मिलने पर डीएम अक्षय त्रिपाठी ने स्वयं परिसर में आकर महिला को सर्वप्रथम उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया और अधीनस्थों को प्ररकण की जांच के निर्देश दिये। इस प्रकरण से जहां कलेक्ट्रेट में काफी समय तक हडक़म्प की स्थिति बनी रही।
प्रकरण को लेकर कोतवाली तालबेहट क्षेत्रांतर्गत ग्राम खांदी के मजरा रानीपुरा निवासी कमलेश कुमारी पत्नी मनोज ने बताया कि वह वर्तमान में म.प्र. के इन्दौर थाना लसुडिय़ा के नरीमन प्वाइंट, निपानिया में निवासरत है। बताया कि उसके पति वाहन संख्या एम.पी.09 टी.बी. 5872 के चालक हैं और कुछ महीनों पहले से अहमदाबाद में रहकर वहां एम.पी. ओला में अपने कार संचालित करते हैं। उसके पति अहमदाबाद में कहीं अज्ञात स्थान पर था। उसी समय कुछ अज्ञात लोगों ने उसके पति का अपहरण कर हुण्डई कार सहित ले गये। आरोप है कि उसके पति के व्हाट्स ऐप से उसके देवर दिनेश के मोबाइल पर कॉल करके बताया गया कि उसके भाई मनोज का अपहरण किया गया है, मनोज को सुरक्षित पाने के लिए 40 लाख रुपये दे दो। इस पर मोबाइल नम्बर पर फोन लगाया तो उसके पति के साथ मारपीट की जा रह थी। आरोप है कि मोबाइल की कॉल रिकॉर्डिंग में यह कहते हुये सुना कि मड़वारी निवासी भगवानदास पुत्र हरलाल को पैसा नहीं दिया तो मनोज को जान से खत्म कर देंगे। बताया कि भगवानदास अपने मोबाइल नम्बर से उसके पति की बात करवा रहा है। यह भी आरोप है कि उसके पति ने चिल्लाकर ललितपुर के चौबयाना मलैयापुरा निवासी नीरज का नाम भी बताया। अब उसके पति का नम्बर बंद आ रहा है। पीडि़ता ने अंदेशा व्यक्त किया कि उक्त लोग उसके पति की हत्या कर सबूत को भी छिपा सकते हैं। बताया कि 18 जून को उसने अपने मायके मसौराकलां से कॉल पर बात की, जिस पर कुछ समय बाद एक मैसेज आया, जिसमें खाता संख्या और आईएफसी कोड भेजा गया और रुपये मांगे गये। महिला ने बताया कि मामले की जांच के लिए उसने कोतवाली पुलिस व सीओ को जानकारी दी, लेकिन कार्यवाही नहीं की गयी। इसलिए अब न्याय के लिए उन्होंने प्रशासन की चौखट खट-खटाई है। प्रकरण को लेकर एएसपी अनिल कुमार ने अपना बयान जारी करते हुये बताया कि प्रकरण की जांच चल रही है।