राष्ट्र प्रेम और स्वाधीनता के जब्तशुदा दुर्लभ कविताओं की कृति




राष्ट्र प्रेम और स्वाधीनता के गीत  काव्य कृति  में युवा रचनाकार विदर्भ कुमार ने बडे श्रम से एक ही संकलन में  जब्तशुदा दुर्लभ कविताओं   देश प्रेम के गीतों-गजलों और स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रमों में बच्चों के लिए प्रेरक गीतों को  संग्रहित किया है।  राष्ट्र जागरण के लिए हमारे देश भक्त कवियों ने अपनी कलम से राष्ट्र जागरण के लिए अनुपम देश प्रेम के गीतों की रचना कर भारत को जगाकर वर्षों से गुलामी की जंजीरों से ग्रस्त भारत देश को मुक्त कराने का मार्ग प्रशस्त किया था।स्वतंत्रता संग्राम के समर को कलमकारों के द्वारा अपनी कविता, गीत, गजलों, भजनों के माध्यम आगे बढ़ाया गया था।
 राष्ट्र प्रेम और स्वाधीनता के गीत  काव्य कृति आजादी के आन्दोलन काल का साहित्यिक रूप में एक प्रकार से जनता की चित्तवृत्ति का संचित प्रतिबिंब है। आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर विवेक सम्पन्न संवेदनशील समाज के समक्ष स्वतंत्रता संग्राम को अभिव्यक्त करती कविताओं का यह संकलन पाठकों, देश प्रेमियों तथा बच्चों के लिए अत्यंत उपयोगी है। इन कविताओं में तत्कालीन कालखण्ड के अनुभूति पूर्ण बखान भी है।

पुस्तक : राष्ट्र प्रेम और स्वाधीनता के गीत  
 लेखक :विदर्भ कुमार
प्रकाशक: शतरंग प्रकाशन, एस-43, विकास दीप बिल्डिंग, द्वितीय तल, स्टेशन रोड, लखनऊ-226001
संपर्क:Mo: 8787093085,Email : ltp284403@gmail.com
मूल्य :₹300


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