लुपिता न्योंगो ने 18 अक्टूबर को रिलीज होने वाली भावनाओं से भरी ‘द वाइल्ड रोबोट’ के बारे में कहा कि यह फिल्म आपके दिल को छूती है
मुंबई: एक भव्य फिल्म को देखने के लिए तैयार हो जाइए क्योंकि “द वाइल्ड रोबोट” पूरे भारत के सिनेमाघरों में 18 अक्टूबर को रिलीज होने जा रही है। यह फिल्म न्यूयॉर्क टाइम्स बेस्टसेलर की सूची में नंबर 1 पर रहने वाली और पुरुस्कार जीतने वाली पीटर ब्राउन की इसी नाम की किताब पर आधारित है। इस अद्भुत एनीमेशन फिल्म को यूनिवर्सल पिक्चर्स (वार्नर ब्रदर्स डिस्कवरी द्वारा डिस्ट्रीब्यूट) दर्शकों तक लेकर आ रहा है। इस फिल्म को तीन बार ऑस्कर पुरुस्कार के लिए नामित होने वाले निर्देशक क्रिस सैंडर्स ने निर्देशित किया है। इस फिल्म में कई बड़े और नामचीन कलाकारों की आवाज किरदारों के तौर पर सुनाई देगी जिनमें लुपिता न्योंगो, पेड्रो पास्कल, कैथरीन ओ'हारा, बिल निघी, किट कॉनर, मार्क हैमिल और स्टेफ़नी ह्सू जैसे नाम शामिल हैं। इस फिल्म का सभी दर्शकों को बड़ी बेसब्री से इंतज़ार है और इतना तय है कि यह एक शानदार सिनेमाई अनुभव साबित होगी। यह फिल्म सभी को पसंद आने वाली कहानी को उसकी पूरी खूबसूरती के साथ परदे पर पेश करेगी।
“द वाइल्ड रोबोट” मुख्य रूप से रोज के इर्द-गिर्द घूमती है। रोज का पूरा नाम रोजूम (ROZZUM ) यूनिट 7134 है। इसके लिए ऑस्कर पुरुस्कार विजेता लुपिता न्योंगो ने अपनी आवाज़ दी है। रोज एक ऐसी रोबोट है जो एक निर्जन द्वीप पर रास्ता भटक गई है। शुरू में उसे कुछ पता नहीं होता कि आगे क्या करना है लेकिन फिर उसकी कहानी में एक रोचक मोड़ तब आता है जब उसे एक बतख का अंडा मिलता है और वह उसकी देखभाल में लग जाती है। जैसे-जैसे रोज का उस द्वीप के जानवरों से मेलजोल होता है वह एक मशीनी रोबोट के बजाए एक नेकदिल और उनकी देखभाल करने वाले दोस्त की भूमिका में आ जाती है। लुपिता न्योंगो ने रोज के किरदार की मासूमियत और उसकी खासियत से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें साझा कीं जिनसे फिल्म में उसकी यात्रा हमारे सामने आती है।
लुपिता न्योंगो इस फिल्म के दिल को छूने वाले और उनके किरदार के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि इस कहानी में कैसे लॉजिक और इंजीनियरिंग से चलने वाली मशीन, दूसरों के प्रति करूणा रखने वाली दोस्त में बदल जाती है। रोज के उस द्वीप के वन्य जीवन के साथ बनने वाले रिश्ते से उसे दया और संवेदना के जो गुण सीखने को मिलते हैं उनके बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “मुझे उम्मीद है कि दर्शक इस फिल्म की सुंदरता, रोमांच और संवेदनशीलता को महसूस करेंगे”। इस ख्यात अदाकारा ने कहा, “यह फिल्म आपके दिल को छूती है और मुझे उम्मीद है कि दर्शक इस अनोखी यात्रा का आनंद उठाएंगे। आखिरकार “द वाइल्ड रोबोट” फिल्म और किताब दोनों का ही मकसद यह बताना है कि दूसरों के प्रति दया या करुणा रखना हमारी सबसे बड़ी खासियत है और हमें इसे बनाए रखना चाहिए। बदलावों को अपनाते हुए भी अपने दिल की बात सुनना और उसके प्रति ईमानदार रहना एक सबसे बड़ा गुण है और इसका महत्व सबसे ज़्यादा है।”
तो करूणा और खुद को खोजने वाली इस कहानी “द वाइल्ड रोबोट” में रोज के किरदार में लुपिता न्योंगो को देखना न भूलें। यह फिल्म हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में देखने को मिलेगी। 18 अक्टूबर से पूरे भारत के सिनेमाघरों में 3 डी और आईमैक्स में इस फिल्म का आनंद उठाना न भूलें।