केंद्र सरकार की एडिप योजना के तहत 75 ‘सामाजिक अधिकारिता शिविरों’ में 9000 से अधिक दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण वितरित किये गये
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डा. वीरेंद्र कुमार ने कहा ग्वालियर में 171 करोड़ रूपये की लागत से दिव्यांगता खेल केंद्र की स्थापना की जा रही है जिसमें दिव्यांग खिलाडी मेडल जीत कर देश का मान बढ़ाएंगे
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री, डॉ. वीरेंद्र कुमार ने आज बुलंदशहर के नुमाइश ग्राउंड में 'सामाजिक अधिकारिता शिविर' का शुभारंभ किया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने देशभर के 75 अन्य वितरण शिविरों का भी डिजिटल माध्यम से वर्चुअल उद्घाटन किया। इन शिविरों का आयोजन दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से किया गया है जिसमें 9,000 से अधिक पूर्व-चिह्नित दिव्यांगजनों को नि:शुल्क रुप से सहायक उपकरण प्रदान किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुय केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री, डॉ. वीरेंद्र कुमार ने कहा कि शैक्षणिक सशक्तिकरण की दिशा में हमारी सरकार द्वारा छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत 2.68 लाख दिव्यांग छात्रों को 871.79 करोड़ रूपये की छात्रवृति प्रदान की गई है । उत्तर प्रदेश में 49717 दिव्यांगों को 219.57 करोड़ रूपये की छात्रवृति प्रदान की गई है। डा. वीरेंद्र कुमार ने कहा कि 21 मार्च 2015 को केंद्र सरकार द्वारा कौशल विकास प्रशिक्षण की राष्ट्रीय कार्य योजना प्रारम्भ की गई जिसमें अभी तक 1.41 लाख दिव्यांग छात्रों के प्रशिक्षण पर 147.76 करोड रूपये का खर्च किया गया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 27,441 दिव्यांगजनों को 28 करोड 65 लाख रूपये की लागत से प्रशिक्षण दिया गया है ।
डा. वीरेंद्र कुमार ने कहा कि देश के सभी दिव्यांगजनों का एक केन्द्रीयकृत डाटा बेस बनाने हेतु विशिष्ट दिव्यांगता पहचान पत्र प्रोजेक्ट लागू किया गया है । केंद्रीय मंत्री ने बताया कि अब तक लगभग 1 करोड 11 लाख से अधिक UDID कार्ड जारी हो चुके है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश में भारतीय सांकेतिक भाषा में अनुसंधान एवं प्रशिक्षण हेतु दिल्ली में एक अलग संस्थान स्थापित किया गया है जिसमें कुल 10000 शब्दों के साथ आई एस एल (ISL) डिक्शनरी विकसित की गई है जिसमे न बोल सकने एवं न सुन सकने वाले लोगो को लाभ मिल रहा है।
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री, डॉ. वीरेंद्र कुमार ने कहा कि कानपुर उत्तर प्रदेश में स्थित एलिम्को का 338 करोड़ रूपये से आधुनिकीकरण किया गया है जिससे उन्नत श्रेणी के सहायक उपकरण का उत्पादन हो सकेगा और एलिम्को की उत्पादन क्षमता ढाई गुनी बढ़ जाएगी । डा. वीरेंद्र कुमार ने कहा कि ग्वालियर में 171 करोड़ रूपये की लागत से दिव्यांगता खेल केंद्र की स्थापना हो रही है जिसमें अपने देश के दिव्यांग खिलाडी विश्व स्तर का प्रशिक्षण पा सकेंगें तथा राष्ट्रीय / अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीत कर देश का मान बढ़ाएंगे ।
इस पहल का आयोजन केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग और एलिम्को (Artificial Limbs Manufacturing Corporation of India) के सहयोग से किया गया। बुलंदशहर में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में 429 दिव्यांग लाभार्थियों को एडिप योजना के तहत 1 करोड़ 4 लाख रुपये से अधिक मूल्य के उपकरण प्रदान किए गए, जिनमें मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल, व्हीलचेयर, बैशाखी, वॉकिंग स्टिक, ब्रेलकिट, और कृत्रिम अंग जैसे सहायक उपकरण शामिल है।
यह शिविर भारत सरकार की दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण की प्रतिबद्धता का प्रमाण है, जो उन्हें आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
कार्यक्रम के अंत में, स्वच्छता पखवाड़े के तहत केंद्रीय मंत्री द्वारा उपस्थित सभी लोगों को स्वच्छता शपथ दिलाई गई।
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