शतरंग टाइम्स का लोकार्पण
लखनऊ । वर्ल्ड बम्बू डे व विश्व बॉस दिवस के अवसर पर विकास दीप बिल्डिंग लखनऊ स्थित शतरंग प्रकाशन कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में साहित्यकार व इतिहासकार सात्येन्द्र कुमार पाठक ने मासिक पत्रिका शतरंग टाइम्स लोकार्पण समारोह में कहा कि 18 सितंबर को विश्व बैंबू दिवस लोगों को बांस की खेती को बढ़ावा और तेजी से बढ़ने वाले घास के पौधे बांस फर्नीचर बनाना, भोजन, जैव ईंधन, कपड़े निर्माण होता है। पूर्व और दक्षिण पूर्व एशिया में विभिन्न उद्देश्यों के लिए बांस का उपयोग किया जाता है। बांस पोएसी परिवार की एक लंबी, पेड़ जैसी घास में 115 से अधिक जेनेरा और 1,400 प्रजातियां हैं । वर्ष 2009 में बैंकाक (थाईलैंड) में आयोजित 8वीं विश्व बांस कांन्ग्रेस में विश्व बांस संगठन ने आधिकारिक रूप से प्राकृतिक संसाधनों एवं पर्यावरण की रक्षा के लिये स्थायी उपयोग सुनिश्चित करने हेतु दुनिया भर के क्षेत्रों में नए उद्योगों के लिये बांस की खेती को बढ़ावा देना साथ ही सामुदायिक आर्थिक विकास के लिये स्थानीय रूप से पारंपरिक उपयोगों को बढ़ावा देना है । शतरंग टाइम्स हिंदी के विकास के लिए सक्रिय है ।नवोदित हिंदी साहित्य सेवियों का प्रश्रय देने का मार्गदर्शन के रूप में खड़ा है ।इस अवसर पर शतरंग टाइम्स के प्रधान संपादक व नूतन कहानियां के सलाहकार संपादक सुरेंद्र अग्निहोत्री ने हिंदी पत्रकारिता की चतुर्दिक समामाजिक एवं हिंदी की के विकास पर महत्वपूर्ण व्यख्यान देकर प्रकाश डाला । स्वंर्णिम कला केंद्र की अध्यक्षा व लेखिका उषाकिरण श्रीवास्तव एवं संस्कार भारती की पत्रिका कला कुंज भारती के संपादक पद्मकान्त शर्मा ने हिंदी पत्रकारिता पर विचार व्यक्त किया ।