दुबई निवासी प्रवासी भारतीय युवा रचनाकार तुषार राजेश्वर पिपरे, की प्रेम अनुराग और परिवार पर कविता की प्रसि़द्ध पुस्तक "मैं सोच रहा हूँ शायर के दिल से", पर नव वर्ष 2025 पर विशेष छूट
आज की दौड़-भाग की ज़िन्दगी में प्रेम अनुराग बदलते परिवेश में अभिव्यक्त होने के लिए जैसी छटपटाहट है। पर शब्दों में समेट लेना सहज नहीं है एक अन्यतम कौशल को प्रदर्शित करता है। दुबई निवासी प्रवासी भारतीय युवा रचनाकार तुषार राजेश्वर पिपरे ने कविता की प्रसि़द्ध पुस्तक "मैं सोच रहा हूँ शायर के दिल से" में ।
तुषारने अपनी कविताओं में प्रेम की उलझी गुत्थियों को बड़े करीने से सुलझाया है। और मानवीय संवेदना से उन्हें समाधान की ओर ले जाने का रोचक प्रयास किया है। कविताएं कोरे कागज पर अपने दिल की पवित्र अनुभूति को वारिश की बूदों की तरह शब्दों के आसमान से बरसाया है डूबने को!अनगढ प्रेम ,अनूठापन और सब कुछ जो जीवन को गतिमान करता है।
देर न करे यह ऑफर सीमित समय के लिए है
पुस्तक : "मैं सोच रहा हूँ शायर के दिल से"
लेखक :तुषार राजेश्वर पिपरे
प्रकाशक: शतरंग प्रकाशन, एस-43, विकास दीप बिल्डिंग, द्वितीय तल, स्टेशन रोड, लखनऊ-226001
संपर्क:Mo: 8787093085,Email : Ltp284403@gmail.com
मूल्य :₹300
नव वर्ष 2025पर विशेष छूट
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