जल शक्ति मंत्री की पहल पर बाढ़ पुर्वानुमान प्रणाली को और सशक्त बनाने के लिए 27 जुलाई से 19 अगस्त तक उच्चस्तरीय ऑनलाइन प्रशिक्षण का आयोजन

बाढ़ पूर्वानुमान प्रणाली को अधिक सशक्त व प्रभावी बनाने हेतु प्रशिक्षण प्रारंभ -वारिस रफी. मुख्य अभियंता पैक्ट


लखनऊ: 27 जुलाई, 2020 उ0प्र0 के जलशक्ति मंत्री डॉ महेंद्र सिंह के निर्देश पर बाढ़ पुर्वानुमान प्रणाली को और बेहतर बनाने तथा इससे जुड़े समस्त पहलूओं को व्यवहारिक स्वरूप प्रदान करने एवं इस परियोजना से जुड़े अभियन्ताओं व विशेषज्ञों की समस्याओं के समाधान के लिए 27 जुलाई से 19 अगस्त 2020 तक एक दिन के अन्तराल पर आनलाइन प्रशिक्षण दिया जायेगा। यह प्रशिक्षण इस क्षेत्र की जानी मानी संस्था आर०एम०एस०आई० नोएडा के विशेषज्ञों द्वारा दिया जायेगा। इस प्रशिक्षण के उपरान्त परियोजना से सम्बन्धित अधिकारी अद्यतन वैज्ञानिक तकनीकी का ज्ञान अर्जित कर बाढ़ पुर्वानुमान प्रणाली का संचालन और सुगमता से कर सकेंगे। यह जानकारी मुख्य अभियन्ता पैक्ट श्री वारिस रफी ने आज यहां देते हुए बताया कि इस परियोजना से जुड़े अभियंता/विशेषज्ञ प्रतिभाग कर अपनी व्यवहारिक समस्याओं का भी समाधान हासिल करेंगे तथा परियोजना को और अधिकउपयोगी बनाने के लिये नवीन तकनीक का ज्ञान अर्जित कर बाढ़ पूर्वानुमान प्रणाली को आदर्श स्वरूप प्रदान करने में अपनी अहम भूमिका निभा सकेंगे हैं। मुख्य अभियंता पैक्ट ने बताया कि बदलते परिवेश में यह प्रशिक्षण बाढ़ नियन्त्रण और बचाव व राहत कार्यों के लिए अत्यन्त उपयोगी साबित होगा। श्री वारिस रफी ने बताया कि बाढ़ से निपटने के लिए तैयारियां पहले से ही शुरू कर दी गयी थी। जलशक्ति मंत्री ने बाढ़ से संवेदनशील तथा अति संवेदनशील जनपदों का लाकडाउन अवधि के दौरान वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा करते रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने दो चरणों में हवाई सर्वेक्षण करके बाढ़ से प्रभावित जनपदो एवं क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण भी किया है। उन्होंने तटबन्धों पर सतत निगरानी रखने तथा कन्ट्रोल रूम स्थापित करने के साथ ही एक अधिकारी की तैनाती भी किये जाने के निर्देश दिये हैं।


मुख्य अभियन्ता पैक्ट ने यह भी बताया कि अपर मुख्य सचिव, सिंचाई एवं जलसंसाधन श्री टी0वेंकटेश तथा सचिव सिंचाई एवं अध्यक्ष पैक्ट, श्री अनिल गर्ग भी जनपदों के नोडल अधिकारियों के साथ बाढ़ पर पैनी नजर रखे हुये हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश के यशस्वी मा० मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी जहाँ वैश्विक महामारी के नियंत्रण में युद्ध स्तर पर प्रयासरत हैं, ठीक उसी तरह बाढ़ बचाव के कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता से संचालित कराने के लिए दुढता से कृतसंकल्पित हैं। बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का व्यापक भ्रमण कर कहीं भी जन धन की हानि न हो इसके लिए अधिकारियों को कड़े दिशा-निर्देश दे रहें हैं। अभी कल ही उन्होंने गोरखपुर में बाढ व राहत कार्यो की समीक्षा की थी। जलशक्ति मंत्री के कुशल मार्गदर्शन में अपर मुख्य सचिव सिंचाई एवं जलसंसाधन व सचिव सिंचाई/अध्यक्ष पैक्ट ने विश्व बैंक पोषित परियोजना यू०पी०डब्ल्यू०एस०आर०पी० के द्वारा संचालित राप्ती बेसिन स्थित बाढ़ पूर्वानुमान प्रणाली को और अधिक कारगर एवं सशक्त बनाने के लिए कन्सल्टेंट एजेंसी आर०एम०एस०आई० नोएडा के माध्यम से यह उच्च स्तरीय ऑनलाइन प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किये जाने की पहल की है।


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