ब्राम्हणों के कल्याण के लिये कार्य करने की भी आवश्यकता है-राजीव कुमार द्विवेदी

राष्ट्रवादी ब्राम्हण मंच के संयोजक व सर्व ब्राम्हण एकता परिषद के सचिव राजीव कुमार द्विवेदी ऊर्फ राजू भईया ने कहा है कि वर्तमान परिदृश्य मे हिंदू समाज के संरक्षण का कार्य व भारत की संस्कृती को सम्मान व मजबूती दिलाने का कार्य जिस  तरह भाजपा नित एनडीए सरकार कर रही है वह प्रशंसनीय है।

एक समय था कि राजनेता मंदिरो मे जाने से डरते थे भाजपा ने उत्तर प्रदेश में संत व भगवावेषधारी मुख्यमंत्री दिया जो अपने आप मे एक मिसाल है जिस देश का प्रधानमंत्री केदारनाथ,बद्रीनाथ व विश्वनाथ जी का नियमित दर्शन करता हो

योग करता हो ,वेदों मे जिसके प्राण बसते हों वह देश ब्राम्हणों के लिये स्वर्ग है।

 द्विवेदी ने कहा कुछ हालिया घटनाओं को लेकर जो लोग ब्राम्हण समुदाय को बरगलाने का काम कर रहे हैं वह निंदनीय हे साथ ही ब्राम्हण जाति को परस्पर एका बढ़ाने व गरीब ब्राम्हणों के कल्याण के लिये कार्य करने की भी आवश्यकता है।

स्री द्विवेदी ने भारत सरकार व उक्तर प्रदेश सरकार से संस्कृत ट्यूटोरियल्स के लिये शार्ट टर्म 'आईये संस्कृत सीखें'  60 दिन का कोर्स नि:शुल्क सिखाने का कार्य करने का आग्रह किया उन्होने यह भी बताया कि विद्वानों व आचार्य गण की देखरेख मे वो स्वयं भी एक सेलबस व लर्निंग टेक्नीक पर कार्य कर रहे हैं दिससे 60 दिवसीय एक कोर्स तैयार हो सके।

साथ ही ब्राम्हण समाज से चुने गये जनप्रतिनिधीयों से उन्होने ब्राम्हण समाज के उन्नयन हेतु प्रयास करने को कहा!उन्होने आह्वान किया कि राष्ट्र के गौरव की पुनर्स्थापना हेतु आगे आवें ,अंत मे सुप्रिम कोर्ट ,भारत सरकार व सभी देशवासीयों को मंदिर निर्माण के शिलान्यास व जन्माष्टमी की बधाई दी गयी!साथ ही इस कार्यक्रम मे यह मॉग की गयी की ब्राम्हण समाज को आगे आकर राष्ट्रवादी सरकारों के कंधे से कंधा मिलाकर राष्ट्र पुनर्निर्माण पर कार्य करना होगा ।वे एक वेबनार कार्यशाला मे बतौर मुख्यअतिथी बोल रहे थै।

[ कार्यशाला का विषय ब्राम्हण समाज का राष्ट्र के लिये योगदान व तात्कालिक चुनौतियॉ

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