मुक्ति संस्था का मड़ावरा में हुआ पदार्पण

संस्था पदाधिकारियों ने की कस्वा मड़ावरा में जागरूकता गोष्ठी
* अब मड़ावरा में भी काम करेगी मुक्ति



ललितपुर।
जनपद में विगत 10 वर्षों से निःस्वार्थ भाव के साथ कार्य कर रही मुक्ति संस्था का पदार्पण अब मड़ावरा में भी हो गया है। मुक्ति संस्था द्वारा कस्बा मड़ावरा में एक गोष्ठी का आयोजन संस्था अध्यक्ष अजित कुमार"अज्जु बाबा व् वरिष्ठ मुक्ति सदस्यों की उपस्थिति  में किया गया तथा गोष्ठी का संचालन संस्था के वरिष्ठ सदस्य लक्ष्मीनारायण विश्वकर्मा ने किया।
      गोष्ठी शुभारंभ के पूर्व कस्बा मड़ावरा से उपस्तिथ नागरिकों ने पधारे संस्था पदाधिकारियों का माल्यार्पण कर स्वागत अभिनंदन किया गया। इसके बाद संस्था के द्वारा जनपद में किये जा रहे कार्यो पर प्रकाश डालते हुए पदाधिकारियों ने बताया कि संस्था आज अपने द्वारा किये जा रहे कार्यों के बल पर जनपद में परिचय की मोहताज नहीं है यह सब सहयोगियों द्वारा किये जा रहे निःस्वार्थ सहयोग से ही संभव हो पाया है। संस्था द्वारा आज जनपद के साथ ही अन्य जगहों पर भी अपनी समिति का विस्तार किया गया है और लोग उत्साह से संस्था में जुड़ रहे हैं यह कोई राजनीतिक या समुदाय विशेष की संस्था नहीं है यह संस्था सर्वधर्म के सहयोग से बनी जनपद में अपने समर्पित कार्यों से आगे बढ़ी संस्था है संस्था का प्रत्येक सदस्य मुख्य है मड़ावरा में भी संस्था को संचालित करने का प्रस्ताव आया है जिसे सभी कस्वावासियों के सहयोग से ही सम्भव व् साकार रूप दिया जा सकेगा।
संस्था अध्यक्ष अजित कुमार "अज्जु बाबा" ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि मुक्ति संस्था का जो कार्य है वह बिना किसी भेदभाव व् जातिगत मानसिकता के जनपद में लगातार जारी है उन्होंने बताया कि एक लाबरिस शव का भी कोई न कोई परिवारीजन होता है लेकिन उस वक्त कोई साथ न होने के चलते अकस्मात् कोई घटना घटने पर उस अज्ञात व्यक्ति के शव को अज्ञात नाम दिया जाता है ऐसे ही अज्ञात रूप से लाबरिस मिलने वालों के बारिस बनने का कार्य मुक्ति संस्था द्वारा किया जाता है यह संस्था 4 लोगों से आगे बढ़ते हुए हम आज सैकड़ों की संख्या में पहुँच गये है पहले लोगों ने विरोध किया कुछ ने सहयोग दिया लेकिन सभी के तन मन धन के सहयोग से संस्था आगे बढ़ती रही किसी भी कार्य के लिए मन के साथ धन की भी जरूरत होती है जो की निस्वार्थ भावों से हमारे सहयोगी जनों ने अभी तक प्रदान किया है संस्था द्वारा पर्यावरण संतुलन बनाये रखने हेतु सभी के सहयोग से बृक्षारोपण भी जिला मुख्यालय पर जगह-जगह किया गया है जिनका रखरखाव सेवा संस्था सदस्यों द्वारा किया जा रहा है अज्ञात शवों को देर तक रखने से पूर्व में शवों की दुर्गति हो जाती थी जिसके लिए संस्था ने विचार करते हुए डेड बॉडी फ्रीज़र की व्यवस्था की गयी जिसे सभी के सहयोग से निःशुल्क जरूरत मन्द परिवारों को उपलब्ध करा दिया जाता है फ्रीजर से दो से तीन दिन तक शव को सुरक्षित रखा जा सकता है संस्था द्वारा ललितपुर में पांच फ्रीज़र संचालित किए जा रहे हैं संस्था द्वारा कम्बल सेवा, लॉक डाउन में प्रवासियों को भोजन सेवा आदि बिभिन्न कार्यों को निःस्वार्थ भावों से किया है पैसा तो हमें पुश्तैनी मिला है लेकिन उनका सदुपयोग हो वह मुख्य है आज जरूरत है जरूरत मंदों की मदद की जाये। कोरोना काल में कोरोना पॉजिटिव मरीजों से लोग दूर हो जाते हैं लेकिन मुक्ति संस्था के सदस्य अपनी परवाह न करते हुए संक्रमित हो चुके मरीजों की मदद अभी तक की जा रही है संस्था द्वारा जरूरत मंदों को रक्तदान के लिए भी प्रेरित किया जाता है व् प्रत्येक सदस्य ने अपने रक्त दान से कितनों की ही मदद की है।
जनपद के जाने माने चिकित्सक व् कस्वे के गौरव मुक्ति संस्था पदाधिकारी डॉ. विकास जैन ने बताया कि में गौरवान्वित हूँ कि मुझे एक ऐसी संस्था से जुड़ने का मौका मिला जो की सर्व धर्म समभाव को लेकर आगे बढ़ रही है यह न तो राजनैतिक है न किसी समुदाय विशेष से ताल्लुक रखती संस्था द्वारा जनपद में निःस्वार्थ भाव से किये जा रहे सभी कार्य मील का पत्थर साबित हो रहे है मुक्ति संस्था का जैसा नाम है बैसा ही काम संस्था के माध्यम से किया जा रहा है।
       मुक्ति संस्था के वरिष्ठ सदस्य व् पत्रकार सुनील चौबे ने संस्था द्वारा जनपद में संचालित की जा रहीं गतिविधियों के विषय में बताया कि सर्वधर्म के सहयोग से पल्लवित मुक्ति संस्था की महक आज जनपद के साथ ही अन्य जगहों व् पडोसी राज्य मध्य-प्रदेश में भी पहुँच गयी हैं संस्था से जुड़ने को लोग आतुर हैं एक क्षत विक्षत अज्ञात शव को देखकर अंर्तमन से उठी आवाज पर बनी "मुक्ति" आज हजारों अज्ञात शवों को मुक्ति दे चुकी है।
इस दौरान दीपक जायसवाल, दीपक नामदेव, संग्राम सिंह, दीपक सिंघई आदि संस्था पदाधिकारियों के साथ ही कस्वा क्षेत्र के सैकड़ों की संख्या में जागरूक संभ्रात नागरिक उपस्थित रहे।


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