रामपुर खास’’ की विधायक श्रीमती आराधना मिश्रा मोना को ‘‘फेम इण्डिया’’ द्वारा जहांॅ ‘‘50 उम्दा विधायक सर्वे’’ में ‘‘विलक्षण प्रतिभा’’ का माना

कांगे्रस के वरिष्ठ नेता श्री प्रमोद तिवारी ने कहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक के बोर्ड द्वारा रिजर्व बैंक आॅफ इण्डिया के ‘‘रिजर्व फण्ड’’ से रु. 57,128 करोड़ (सत्तावन हजार एक सौ अट््ठाइस करोड़ रुपये) केन्द्र सरकार को वर्ष 2019- 20 के लिये दिये जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है । विगत वर्ष माह अगस्त 2019 में भी रिजर्व बैंक के फण्ड से केन्द्र सरकार को     1.76 लाख करोड रुपये की धनराषि दी गयी थी। रिजर्व बैंक अपने ‘‘रिजर्व फण्ड’’ में आपातकालीन समय के लिये धनराषि रिजर्व रखती है ।
श्री तिवारी ने कहा कि पिछले दो दषक में केन्द्रीय रिजर्व बैंक के ‘‘रिजर्व फण्ड’’ से धनराषि लिये जाने के संदर्भ में दो बार समिति का गठन किया गया था और समिति की सिफारिषें सकारात्मक आने के बावजूद भी तत्कालीन केन्द्रीय सरकारों ने रिजर्व बैंक के रिजर्व फण्ड से धनराषि लेने से इंकार कर दिया था । भारतीय रिजर्व बैंक के दो पूर्व गवर्नर       डा. रघुराम राजन और डा. उर्जित पटेल के विचार भी रिजर्व फण्ड से धनराषि देने के विरोध में    थे ।  यह उसी प्रकार है कि जैसे कोई अपने पूर्वजों की गाढ़ी कमाई अपनी असफलताओं पर उड़ा दे । गलती ‘‘मोदी सरकार’’ की आर्थिक नीतियों की है और उसकी कीमत देष की 130 करोड़ जनता चुकाये । यह देष की आने वाली पीढ़ियों के साथ धोखा है ।
श्री तिवारी ने कहा कि आदरणीरय प्रधानमंत्री जी को याद दिलाना चाहता हंूूॅ कि दो बार पहले और आज जब ‘‘तीसरी’’ बार भारतीय रिजर्व बैंक से धनराषि निकाल रहे हैं तो यह पिछले 70 सालों में कांगे्रस सरकारो के समय में देष की जनता की गाढ़ी कमाई से अर्जित की गयी धनराषि है जिसे वे अब निकाल रहे हैं।
आज देष में कोरोना संक्रमितों की संख्या 25,89,208 है, पिछले 24 घण्टे में 63,986 कोरोना मरीज बढ़े हैं, यह गम्भीर चिन्ता की बात है कि देष में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगभग 26.00 लाख पहंुॅच गयी है । हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी, एक प्रधानमंत्री के रूप में ‘‘वैष्विक महामारी कोरोना’’ से निपटने में पूरी तरह अक्षम और असफल साबित हुये हैं । ‘‘नमस्ते ट्रंप’’ की लालच में उन्होंने समय रहते बढ़ते कोरोना संक्रमण पर रोक लगाने के लिये कोई सार्थक कदम नहीं उठाये, यदि समय रहते अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगा दी गयी होती तो स्थिति इतनी भयावह नहीं होती । जनवरी, 2020 में ही यह काम करने चाहिए थे जो उन्होंने ‘‘नमस्ते ट्रंप’’ कार्यक्रम के चलते नहीं किये, और आज देषवासी कोरोना महमारी से कराह रहे हैं ।
‘‘नमस्ते ट्रंप’’ करके जहांॅ भारतीय मूल वंषियों को अमेरिकी राष्ट्रपति श्री डोनाल्ड ट्रंप के प्रति आने वाले चुनाव में अच्छी सद््भावना अर्जित करने का संदेष दिया गया है वहीं पहले अमेरिका में ‘‘हाउडी मोदी’’ कार्यक्रम करके माहौल बनाया गया था। आज जब विरोधी दल डेमोके्रटिक पार्टी से भारतीय मूल की ‘‘श्रीमती कमला हैरिस’’ अमेरिकी उप राष्ट्रपति पद के लिये खड़ी हो गयी है जो भारतीय माता की संतान है, और जिनके साथ अमेरिका में भारतीय मूल के लोगों की सद््भावनायें होती, तथा एक अवसर जो किसी भारतीय मूल को मिल सकता था, और अमेरिका में उप राष्ट्रपति बनने वाली ‘‘पहली भारतीय महिला’’ होती, क्या उक्त दोनों कार्यक्रमों के कारण श्रीमती कमला हैरिस चूक नहीं जायेंगी ?  तो क्या यह एक भारतीय मूल के अमेरिकी         उप राष्ट्रपति बनने के मार्ग में बाधा नहीं है ? और इसीलिये भारत की घोषित विदेष नीति रही है कि ऐसे कृृत्य नहीं किये जायेंगे जिससे दुनिया के किसी दूसरे देष के चुनाव में कोई असर पड़े ।
प्रवासी मजदूरों और छात्रों आदि को, जो देष के विभिन्न हिस्सो में थे, उन्हें वापस अपने घर आने के लिये ‘‘समय’’ न देना, किसानों, मजदूरों और बेरोजगारों को ‘‘न्याय योजना’’ के अंतर्गत प्रतिमाह 7500 रुपये न देना, ओर इसके बदले पंूॅजीपतियों की तिजोरी भरना, समय रहते हुये चाहे ग्रामीण क्षेत्र हों, जिला मुख्यालय हों अथवा शहरी अंचल हो, वहांॅ कोरोना से निबटने के लिये दवायें और उचित उपकरण उपलब्ध न करा पाना, कोई ‘‘रोडमैप’ न बनाना, और प्रधानमंत्री के रूप में कोरोना महामारी की रोकथाम के लिये कोई प्रभावी कदम न उठा पाना, यह उनकी असफलताओं और अक्षमता को साफ- साफ दर्षाता है ।
स्वतंत्रता दिवस ‘‘15 अगस्त’’ के अवसर पर पूरा देष इंतजार करता रहा कि ‘‘लाल किले की प्राचीर’’ से आदरणीय प्रधानमंत्री जी कोरोना को लेकर कोई ‘‘रोड मैप’’ जारी करेंगे, और कोरोना पीड़ितों को सहायता देंगे किन्तु इस अवसर पर भी लोगों को निराषा ही हाथ लगी ।
श्री तिवारी ने कहा है कि दुनिया के कई देषों ने अपने यहांॅ कोरोना में प्रभावी नियंत्रण कर लिया है, और वहांॅ करोड़ों कोरोना पीड़ितों की संख्या में बहुत गिरावट आयी है और पीड़ितों का ग्राफ काफी नीचे आ गया है किन्तु दुर्भाग्य से हमारे देष में कोरोना पीड़ितों का ग्राफ दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है और कोरोना संक्रमितों की संख्या एक- एक दिन में 60 हजार से भी ऊपर पहंुॅच गयी है, यह ‘‘मोदी सरकार’’ की असफलताओं को दर्षाता है, कोरोना संक्रमितों की संख्या में आज भारत देष दुनिया में ‘‘तीसरे’’ नंबर पर, और गम्भीर रूप से पीड़ितांे की संख्या में ‘‘दूसरे’’ नंबर पर पहंुॅच गया है ।
श्री तिवारी ने कहा है कि यह उस कहावत को चरितार्थ करता है कि ‘‘जब रेगिस्तान में तूफान आता है तो ‘‘षुतुरमुर्ग पक्षी’’ अपनी आंॅखें बन्द कर लेता है’’ उसी प्रकार मोदी सरकार ने भी कोरोना महामारी के तूफान में अपनी आंॅखें बन्द कर ली है, यह ‘‘मोदी सरकार’’ के सबसे अधिक असफल कारनामों में से ‘‘एक’’ है । कोरोना के मोर्चे पर मोदी सरकार की असफलता ओर उसकी रोकथाम के लिये कोई कदम न उठाना देष की 130 करोड़ जनता को निराष करने वाला है ।
श्री तिवारी ने कहा है कि आम आदमी, छोटे और मध्यम व्यापारियों का ‘‘लाॅकडाउन’’ और ‘‘अनलाॅक’’ के कारण काम धंधा सब चैपट हो गया है, किसान अपनी उपज की उचित कीमत न मिलने से परेषान है, ऐसी विषम परिस्थिति में बिजली कम्पनियों का डोमेस्टिक में मिनिमम चार्ज/ फिक्स चार्ज और काॅमर्षियल पर रेट बढ़ाना जनता के साथ धोखा, छलावा और विष्वासघात है ।
‘‘रामपुर खास’’ की विधायक श्रीमती आराधना मिश्रा मोना को ‘‘फेम इण्डिया’’ द्वारा जहांॅ  ‘‘50 उम्दा विधायक सर्वे’’ में ‘‘विलक्षण प्रतिभा’’ का माना गया है, और जारी की गयी सूची में 20वें स्थान पर उनका नाम अंकित है, वहीं श्रीमती आराधना मिश्रा मोना - महिला विधायकों में ‘‘सर्वश्रेष्ठ’’ चुनी गयी है । यह ‘‘उत्तर प्रदेष विधान सभा’’ के लिये गौरव की बात है ।
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