हमीरपुर में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की वैज्ञानिक तकनीकी समीक्षा बैठक

कृषि विज्ञान केंद्र कुरारा हमीरपुर में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की वैज्ञानिक तकनीकी समीक्षा बैठक का आयोजन जूम एप के माध्यम से केवीके सभागार में संपन्न हुआ। अतिथियों का स्वागत सह निदेशक प्रसार डॉक्टर नरेंद्र सिंह के द्वारा किया गया। कृषि तकनीकी का प्रस्तुतीकरण केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ मोहम्मद मुस्तफा द्वारा विस्तृत रूप से किया गया । समस्त वैज्ञानिकों ने अपने अपने विषय के प्रति भी प्रतिउत्तर हुए।
ऑनलाइन बैठक में अध्यक्षता करते हुए डॉक्टर यू एस गौतम कुलपति ,बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय बांदा  ने कहा कि जनपद के 14 गांवों को जैविक खेती के मॉडल के रूप में विकसित किए जाएं। उन्होंने अटारी निदेशक से प्रजनक बीज उपलब्धता के बारे में मांग रखी। कड़े निर्देश देते हुए कहा कि केवीके में बीज विक्रय सेंटर अनिवार्य रूप से खोला जाएं । जिससे बीज प्रतिस्थापन दर भी बढ़ेगी और किसानो का उत्पादन के साथ-साथ आमदनी भी बढ़ेगी ।बेरोजगार युवकों व युवतियों को रोजगार स्थापित करने के लिए भी चर्चा किया ।बुंदेलखंड में पानी की कमी को देखते हुए उन्होंने स्प्रिंकलर सिंचाई को अपनाने के लिए कहा और स्प्रिंकलर सिंचाई से जो पानी बचत होती है वह अन्य किसानों के लिए पानी देने के लिए किसानों से आव्हान किया । उन्होंने बल देते हुए कहा कि हर हाल में कृषि विज्ञान केंद्र हमीरपुर मॉडल की तौर पर विकसित होना चाहिए।भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद अटारी निदेशक डॉ अतर सिंह ने सुझाव दिया कि जनपद हमीरपुर में जो भी नवाचार हुआ है उन किसानों की सक्सेस स्टोरी बनाएं और  चयनित गांव को स्मार्ट गांव बनाने के लिए कहा। तथा वन डिस्टिक वन प्रोडक्ट के बारे में भी चर्चा किया। प्रधान वैज्ञानिक डॉ शांतनु कुमार दुबे ने कृषि विज्ञान केंद्र को 1000 कुंटल बीज उत्पादित करने के साथ लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कहा। लिए कहा । वर्तमान में सोशल मीडिया का जमाना है इसलिए किसानों का स्मार्ट ग्रुप भी बनाया जाए। प्रधान वैज्ञानिक डॉ राघवेंद्र सिंह ने गोबर से बनने वाले उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए चर्चा किया तथा खरीफ रबी जायद में तीनों ऋतु में हैप्पी सीडर को बढ़ावा देने के लिए बल दिया जिससे पराली के लिए रोकथाम हो। प्रधान वैज्ञानिक डॉक्टर साधना पांडे ने पोषक तत्व को ख्याल रखते हुए गृह वाटिका में उचित मार्गदर्शन दिया। इस तकनीकी समीक्षा बैठक में उप कृषि निदेशक जितेंद्र मोहन श्रीवास्तव जिला कृषि अधिकारी डॉ शरद तिवारी जिला उद्यान अधिकारी उमेश उत्तम इफको मैनेजर आकाश चौबे एवं किसानों ने मूलभूत केवीके विकास के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए।केंद्र के वैज्ञानिक डॉ एस पी सोनकर डॉक्टर शालिनी डॉ फूल कुमारी डॉ प्रशांत कुमार डॉ चंचल सिंह डॉ सूर्य प्रताप सोमवंशी एवं कर्मचारी के साथ प्रगति शील कृषक सतीश पालीवाल केशव मिश्रा संत राम कुशवाहा रघुवीर सिंह राम रतन प्रजापति इत्यादि मौजूद थे। कृषि तकनीकी समीक्षा बैठक में पधारे सभी अतिथियों का डॉक्टर एसपी सोनकर ने धन्यवाद  दिया।



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