पर्यटन विभाग के पास सभी आवास गृहों की संकलित सूचना होने से भविष्य में होटल उद्योग के लिए कारगर रणनीति बनाये जाने तथा प्रचार-प्रसार किये जाने में सहायक सिद्ध होगी

लखनऊ: 11 सितम्बर, 2020
पर्यटकों को भ्रमणार्थ तीन मूलभूत सुविधाओं की आवश्यकता होती है यथा-आवास, जलपान एवं मार्गीय सुविधा, जो पर्यटन उद्योग के अन्तर्गत आते है। पर्यटन विभाग का प्रमुख उद्देश्य पर्यटकों हेतु उक्त सुविधाओं को प्रदान किया जाना है, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलें तथा पर्यटन स्थलों का विकास एवं प्रचार-प्रसार हो सकें।
हास्पिटैलिटी सेक्टर के अन्तर्गत होटल उद्योग को प्रोत्साहन दिए जाने हेतु पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार ने अपने पोर्टल ूूूण्ीवजमसबसवनकण्दपबण्पद पर सभी अवर्गीकृत (नदबसंेेपपिमक) होटलों, लाजों, गेस्ट हाउसों, पेइंग गेस्ट हाउसों, बेड एण्ड ब्रेकफास्ट, होम स्टे आदि अन्य आवासीय ईकाइयों को उक्त पोर्टल पर संकलित कराये जाने हेतु सभी प्रदेशों को निर्देश जारी किये हैं।
पर्यटन विभाग के पास सभी आवास गृहों की संकलित सूचना होने से भविष्य में होटल उद्योग के लिए कारगर रणनीति बनाया जाने तथा उसका प्रचार-प्रसार किये जाने में सहायक सिद्ध होगा।
इसी क्रम में नेशनल डाटा बेस के अन्तर्गत पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार के पोर्टल   ूूूण्ीवजमसबसवनकण्दपबण्पद पर पूरे देश में अभी तक लगभग 22 हजार से अधिक आवासीय ईकाइयां अपलोड हो चुकी हैं तथा उत्तर प्रदेश की 2,380 आवासीय ईकाइयां उक्त पोर्टल पर अपलोड हो चुकी हैं। यह जानकारी अत्यधिक महत्वपूर्ण है कि अपलोड हुयी प्रत्येक आवासीय ईकाई को पोर्टल पर एक रजिस्ट्रेशन नम्बर प्रदान किया जा रहा है तथा होटलों आदि आवासीय ईकाइयों के अपलोड कराने की सतत् प्रक्रिया अभी भी जारी है।
प्रदेश के विभिन्न जनपदों के अवर्गीकृत (नदबसंेेपपिमक) होटल, लाज, गेस्ट हाउस, पेइंग गेस्ट हाउस, बेड एण्ड ब्रेक्फास्ट, होम स्टे आदि अन्य आवासीय ईकाइयां जो अभी तक पोर्टल पर पंजीकरण करने से वांछित रह गयी हैं, वे ईकाइयां स्वयं अपने स्तर से भारत सरकार के पोर्टल ूूूण्ीवजमसबसवनकण्दपबण्पद पर अपने आवास गृह को पंजीकृत कर सकती है। इस सम्बन्ध में अधिक जानकारी पर्यटन विभाग के श्री मनीष श्रीवास्तव, अपर सांख्यिकीय अधिकारी (मु0)/स्टेट नोडल अधिकारी उ0प्र0, (मो0 न0 9616603455) से प्राप्त की जा सकती है।


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