महिला उत्पीड़न के मामलों में गंभीरता और तत्परता दिखाएं - जिलाधिकारी


 बिजनौर, महिला के प्रति अपराध और असम्मान की भावना को सिर्फ कानून या सजा से रोका जाना सम्भव नहीं है, इसके साथ-साथ समाज म माहिला के प्रति मानसिक परिवर्तन लाने के लिए भी प्रयास करने होंगे। डीएम रमाकान्त - पांडे सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि महिला उत्पीड़न के मामलों को परी गंभीरता और तत्परता से लेते हुए उन्हें न्याय दिलाएं। जिलाधिकारी ने कहा कि महिला अपराध और असम्मान की भावना को सिर्फ कानून या सजा से रोका जाना सम्भव नहीं है, इसके साथ-साथ समाज में महिला के प्रति मानसिक परिवर्तन लाने के लिए भी प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि महिलाओं पर हो रहे शोषण और अत्याचार के दो मुख्य कारण हैं, जिनमें प्रथम अज्ञानता और दूसरा उनका आर्थिक रूप से स्वाबलम्बी न होना। उन्होंने कहा कि यदि इन कारणों को लक्ष्य बनाकर योजनाबद्ध रूप से कार्य किया जाए तो महिला सशक्तिकरण एवं महिला सम्मान का सपना साकार किया जा सकता है। पीड़ित महिला को दिए पत्र का उदहारण देते हुए कहा कि यदि पीड़ित महिला अपनी पीड़ा के साथ अपने से अधिक पीड़ित महिला की मदद के लिए सामने आती है तो ऐसी स्थिति में न सिर्फ उसकी पीड़ा का निदान सम्भव है बल्कि अपनी पीड़ा का भी निदान किया जा सकता है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी केपी सिंह, अपरजिलाधिकारी प्रशासन विनोद कुमार गौड़, अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण संजय कुमार, नगर लक्ष्मी निवास, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. विजय कुमार यादव, जिला कार्यक्रम अधिकारी दीप्ति भार्गव जिला प्रोवेशन अधिकारी संजय कुमार यादव के अलावा अन्य विभागीय एवं पुलिस अधिकारी मौजूद थे। बैठक के उपरांत  विधायिका सदर, डीआईजी व नोडल अधिकारी श्रीपर्णा गांगुली, डीएम और पुलिस अधीक्षक डाधर्मवीर सिंह द्वारा छह प्रचार एलईडी वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया


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